उत्तराखण्ड – Uttarakhand Plus http://uttarakhandplus.com 24x7 News Wed, 30 Apr 2025 11:53:27 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.8.1 230939405 डिफेंस प्रोडक्शन हब बनेगा उत्तराखंड – सीएम धामी http://uttarakhandplus.com/uttarakhand-cm-dhami-will-become-defense-production-hub/ http://uttarakhandplus.com/uttarakhand-cm-dhami-will-become-defense-production-hub/#respond Wed, 30 Apr 2025 11:53:27 +0000 https://graminsamay.com/?p=54439 राज्य को ड्रोन एवं रक्षा विनिर्माण के क्षेत्र में अग्रणी बनाने को लेकर सरकार गंभीर

मुख्यमंत्री ने ड्रोन तकनीक को आपदा राहत कार्यों के लिए वरदान बताया

राज्य अधिक से अधिक युवा बने ड्रोन एक्सपर्ट – सीएम

उत्तराखंड बनेगा ड्रोन मैन्युफैक्चरिंग हब

देहरादून।  सीएम धामी ने उत्तराखंड को डिफेंस प्रोडक्शन हब के रूप में स्थापित करने का संकल्प व्यक्त करते हुए कहा कि हमारी सरकार युवाओं में टेक्नॉलजी के प्रति रूझान पैदा करने का प्रयास करने के साथ ही युवाओं को इनोवेशन के क्षेत्र में आगे बढ़ाकर उत्तराखण्ड को ड्रोन एवं रक्षा विनिर्माण के क्षेत्र में अग्रणी बनाने की दिशा में गंभीरता से कार्य कर रही हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी देहरादून छावनी के जसवंत ग्राउंड में आयोजित ‘‘सूर्या ड्रोन टेक 2025’’ कार्यक्रम में सम्मिलित हुए तथा ड्रोन प्रदर्शनी का अवलोकन किया।

भारतीय सेना की सेंट्रल कमांड द्वारा सोसाइटी ऑफ इंडियन डिफेंस मैन्युफैक्चरर्स (एस.आई.डी.एम.) के सहयोग से आयोजित यह दो दिवसीय प्रदर्शनी (29-30 अप्रैल, 2025) देश में विकसित अत्याधुनिक ड्रोन प्रौद्योगिकियों को प्रदर्शित कर रही है, जो बहुआयामी सैन्य आवश्यकताओं के अनुरूप हैं और ‘‘आत्मनिर्भर भारत’’ अभियान से प्रेरित हैं।

इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखण्ड जैसे भौगोलिक दृष्टि से संवेदनशील राज्य मे ड्रोन तकनीक आपादा राहत कार्यों के लिए वरदान सिद्ध हो रही है। इसलिए हमारी सरकार का प्रयास है कि हमारे युवा न केवल ड्रोन विशेषज्ञ बनें, बल्कि नागरिक उपयोग के लिए भी टेक्नोलाजी आधारित समाधान विकसित करें।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी नई औद्योगिक नीतियों में रक्षा उत्पादन और टेक इनोवेशन को विशेष प्राथमिकता दी गई है। सूर्या ड्रोन टेक 2025 विज्ञान, प्रौद्योगिकी और प्रतिभा का समागम है | इस प्रकार के आयोजन न केवल आधुनिक तकनीकी उपलब्धियों के प्रदर्शन हेतु विशिष्ट मंच प्रदान करते हैं, बल्कि हमारे नौजवानों को ड्रोन और तकनीकी के क्षेत्र में इनोवेशन के लिए प्रेरित भी करते हैं। यह उत्तराखंड को ड्रोन मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में स्थापित करने की दिशा में भी एक ठोस कदम है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि ड्रोन तकनीक में विविधता भारत की आत्मनिर्भर तकनीकी क्षमताओं का जीवंत प्रमाण है। यह देखकर गर्व होता है कि भारत अब न केवल रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बन रहा है, बल्कि तकनीकी इनोवेशन में भी अग्रणी भूमिका निभा रहा है। ड्रोन तकनीक आज सुरक्षा से लेकर शिक्षा, आपदा प्रबन्धन, कृषि तथा प्रत्येक क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव ला रही है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत में ड्रोन टेक्नोलॉजी और सैन्य क्षेत्र में नवाचार को निरंतर प्रोत्साहित किया जा रहा है। सैन्य क्षेत्र में नवाचार की महत्ता को समझते हुए हमारी सरकार भी उत्तराखंड में रक्षा उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध होकर कार्य कर रही है।

सूर्या ड्रोन टेक-2025′ के इस कार्यक्रम में मध्य कमान और सोसायटी ऑफ इंडियन डिफेंस मैन्युफैक्चर्स के सभी सदस्य, ड्रोन विशेषज्ञ, स्टार्टअप्स, MSME’S, एनसीसी कैडेट्ड और स्कूली छात्र मौजूद रहे |

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महिला सशक्तिकरण का जीवंत प्रतीक बन रही बालिका निकेतन की बेटियां – रेखा आर्या http://uttarakhandplus.com/rekha-arya-daughters-of-balika-niketan/ http://uttarakhandplus.com/rekha-arya-daughters-of-balika-niketan/#respond Wed, 30 Apr 2025 10:59:26 +0000 https://graminsamay.com/?p=54433 कैबिनेट मंत्री ने बालिका निकेतन और नारी निकेतन में नाम निर्मित हॉल का लोकार्पण किया

विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली बेटियां सम्मानित

देहरादून। महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि बालिका निकेतन की बच्चियों अपनी मेधा के बल पर समाज में महिला सशक्तिकरण का जीवंत प्रतीक बन रही है। इस अवसर पर मंत्री रेखा आर्या ने नारी निकेतन और बालिका निकेतन में दो नवनिर्मित हॉल का लोकार्पण भी किया।

राजकीय महिला कल्याण एंव पुनर्वास केन्द्र मानसिक/सामान्य केदारपुरम में 164 अनाथ, परित्यक्त, निराश्रित महिलाएं रह रही है। बुधवार को महिला सशक्तिकरण एंव बाल विकास मंत्री रेखा आर्या ने यहां द्वितीय तल पर हॉल एंव अन्य निर्माण कार्य (लागत रू. 57.09 लाख) का लोकार्पण किया।

इसके साथ ही कैबिनेट मंत्री रेखा आर्या ने राजकीय बालिका निकेतन केदारपुरम के प्रथम तल पर हॉल एंव अन्य निर्माण कार्य (लागत रू.65.52 लाख) का लोकार्पण भी किया।

इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री ने कहा कि जिस तरह बीते तीन-चार साल में बालिका निकेतन की लड़कियों ने स्कूल और कॉलेज में शानदार प्रदर्शन किया है, वह उनकी दृढ मानसिकता और संघर्षशीलता को दर्शाता है। मंत्री ने कहा कि कई लड़कियां सरकारी सेवा में सफल हुई है और कई अन्य पीसीएस जैसी प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी में जुटी है।

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना एंव स्पॉन्सरशिप योजना से लाभान्वित बच्चों एंव उनके परिजनों से बातचीत कर मंत्री ने बच्चों की प्रगति की जानकारी ली।

कार्यक्रम में मुख्य परिवीक्षा अधिकारी मोहित चौधरी, परियोजना प्रबन्धक राकेश चन्द्र तिवारी, सहायक अभियन्ता प्रमोद चन्द कोठियाल, उप मुख्य परिवीक्षा अधिकारी अंजना गुप्ता, राजीव नयन एंव जिला प्रोबेशन अधिकारी मीना बिष्ट आदि उपस्थित रहे।

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अक्षय तृतीया पर विधि-विधान के साथ खुले यमुनोत्री धाम के कपाट, श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़ http://uttarakhandplus.com/a-crowd-of-devotees-gathered-on-akshaya-tritiya-with-legal-legislation/ http://uttarakhandplus.com/a-crowd-of-devotees-gathered-on-akshaya-tritiya-with-legal-legislation/#respond Wed, 30 Apr 2025 07:33:48 +0000 https://graminsamay.com/?p=54426 देहरादून। चारधाम यात्रा की शुरुआत के साथ ही बुधवार को यमुनोत्री धाम के कपाट विधिवत पूजा-अर्चना और वैदिक मंत्रोच्चार के बीच श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए। अक्षय तृतीया के पावन अवसर पर हुए इस शुभ आयोजन में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया और मां यमुना के दर्शन कर पुण्य लाभ प्राप्त किया। कपाटोद्घाटन के मौके पर पूरे धाम में भक्ति और उल्लास का वातावरण देखने को मिला। श्रद्धालु पारंपरिक वेशभूषा में ढोल-नगाड़ों और जयकारों के साथ मां यमुना की डोली यात्रा के स्वागत में शामिल हुए। यमुनोत्री धाम चारधामों में से एक है और यहां हर वर्ष लाखों श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं।

अब अगले छह महीनों तक श्रद्धालु यमुनोत्री धाम में मां यमुना के दर्शन कर सकेंगे। कपाट शीतकाल के दौरान बंद किए जाएंगे और मां यमुना की डोली शीतकालीन गद्दी स्थल खरसाली गांव में विराजमान होगी। यमुनोत्री धाम के कपाट भी विधि-विधान के साथ श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए। धाम में कपाटोद्घाटन के मौके पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे।

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फाटा पहुंची भगवान केदारनाथ की उत्सव डोली, आज गौरीकुंड में होगा गौरी माई से पावन मिलन http://uttarakhandplus.com/lord-kedarnaths-celebration-doli-reached-phata-today-in-gaurikund-gauri-mai-will-meet-gauri-mai/ http://uttarakhandplus.com/lord-kedarnaths-celebration-doli-reached-phata-today-in-gaurikund-gauri-mai-will-meet-gauri-mai/#respond Wed, 30 Apr 2025 06:47:37 +0000 https://graminsamay.com/?p=54420 रुद्रप्रयाग। भगवान केदारनाथ की चल उत्सव विग्रह डोली अपनी परंपरागत यात्रा के दौरान मंगलवार को फाटा पहुंची। डोली के फाटा आगमन पर श्रद्धालुओं ने उत्साह और श्रद्धा के साथ भव्य स्वागत किया। ढोल-नगाड़ों और जयकारों के बीच पूरे क्षेत्र में भक्तिमय वातावरण देखने को मिला। मंगलवार को विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी में मंदिर के पुजारी शिव लिंग और केदारनाथ धाम के लिए नियुक्त पुजारी बागेश लिंग ने भगवान केदारनाथ और विश्वनाथ की संयुक्त आरती उतारी और भोग लगाया। इसके बाद सुबह 9 बजे बाबा केदार की चल उत्सव डोली ने धाम के लिए प्रस्थान किया।

बाबा केदार की चल उत्सव डोली ने विश्वनाथ मंदिर से बाजार होते हुए नाला, नारायणकोटी, मैखंडा में भक्तों को दर्शन दिए। भक्तों ने आराध्य को फूल-फल और भेंट अर्पित की। दोपहर बाद डोली फाटा पहुंची जहां स्थानीय लोगों ने फूल-मालाओं से बाबा केदार की डोली और मुख्य पुजारी बागेश लिंग का स्वागत किया। बुधवार को डोली फाटा से अपने धाम के लिए प्रस्थान करेगी और रामपुर, नयाल्सू, सीतापुर, सोनप्रयाग होते हुए अपने अंतिम रात्रि प्रवास गौरीकुंड पहुंचेगी।

यहां उनका गौरी माई से मिलन होगा। एक मई को डोली केदारनाथ पहुंचेगी और दो मई को सुबह 7 बजे शुभ लग्न पर केदारनाथ मंदिर के कपाट भक्तों के दर्शनार्थ खोल दिए जाएंगे। इधर, श्रीबदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के मीडिया प्रभारी डऍ. हरीश गौड़ ने बताया कि केदारनाथ धाम में कपाटोद्घाटन की सभी तैयारियां अंतिम चरण में पहुंच चुकी हैं।

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अक्षय तृतीया पर खुले विश्वप्रसिद्ध गंगोत्री धाम के कपाट, छह माह तक होंगे माँ गंगा के दर्शन http://uttarakhandplus.com/the-doors-of-the-world-famous-gangotri-dham-open-on-akshaya-tritiya/ http://uttarakhandplus.com/the-doors-of-the-world-famous-gangotri-dham-open-on-akshaya-tritiya/#respond Wed, 30 Apr 2025 05:20:06 +0000 https://graminsamay.com/?p=54414 मुख्यमंत्री धामी ने गंगोत्री धाम पहुंचकर किए माँ गंगा के दर्शन 

उत्तरकाशी। अक्षय तृतीया के पावन पर्व पर बुधवार को विश्वप्रसिद्ध गंगोत्री धाम के कपाट श्रद्धालुओं के दर्शन हेतु विधिवत रूप से खोल दिए गए। बुधवार सुबह ठीक 10 बजकर 30 मिनट पर अभिजीत मुहूर्त में वैदिक मंत्रोच्चार और पूजा-अर्चना के साथ कपाट खोले गए।

इस शुभ अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु धाम में उपस्थित रहे और माँ गंगा के दर्शन कर पुण्य लाभ अर्जित किया। अब अगले छह महीनों तक गंगोत्री धाम में श्रद्धालु माँ गंगा के दर्शन कर सकेंगे।  कपाटोद्धघाटन मौके पर समूचा गंगोत्री धाम माँ गंगे के जयकारो से गूंज उठा। कपाटोद्धघाटन मौके पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गंगोत्री धाम पहुंचकर माँ गंगा के दर्शन किए।

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श्रद्धालुओं की सुखद यात्रा और सकुशल वापसी हमारी प्राथमिकता- मुख्य सचिव http://uttarakhandplus.com/a-pleasant-journey-of-devotees-and-safe-return-to-our-priority-chief-secretary/ http://uttarakhandplus.com/a-pleasant-journey-of-devotees-and-safe-return-to-our-priority-chief-secretary/#respond Wed, 30 Apr 2025 04:50:29 +0000 https://graminsamay.com/?p=54411 मुख्य सचिव ने लिया जिलाधिकारियों से चारधाम यात्रा की तैयारियों का जायजा

आवश्यक सेवाओं के वाहनों को दी जाए प्राथमिकता

देहरादून। मुख्य सचिव आनन्द बर्द्धन ने सचिवालय में चारधाम यात्रा की तैयारियों के सम्बन्ध में जायजा लिया। उन्होंने सम्बन्धित जिलाधिकारियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा के लिए उत्तराखण्ड आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा एवं सुविधा को अपनी शीर्ष प्राथमिकता पर रखा जाए। मुख्य सचिव ने बुधवार से शुरू हो रही गंगोत्री धाम एवं यमुनोत्री धाम की यात्रा के लिए जिलाधिकारी उत्तरकाशी को शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं की सुरक्षित, सुखद यात्रा और सकुशल वापसी हमारी जिम्मेदारी है।

मुख्य सचिव ने चारधाम यात्रा मार्गों में आवश्यक सेवाओं जैसे सब्जी, राशनऔर गैस आदि की आपूर्ति करने वाले वाहनों को प्राथमिकता दिए जाने की बात कही। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार की समस्या के लिए कमिश्नर और आईजी सिंगल कॉन्टैक्ट पॉइन्ट होंगे। उन्होंने चारधाम एवं यात्रा मार्गों पर ओवर रेटिंग पर भी निगरानी रखे जाने के निर्देश दिए। इसके लिए निगरानी तंत्र को बढ़ाया जाए।

मुख्य सचिव ने चारों धामों में स्वास्थ्य सुविधाओं की तैयारी के लिए सचिव स्वास्थ्य से अद्यतन जानकारी लेते हुए केदारनाथ में नवनिर्मित अस्पताल को शीघ्र शुरू किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी जिलाधिकारियों से अधिक से अधिक यात्रियों के स्वास्थ्य परीक्षण पर फोकस किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जहां पर श्रद्धालु वाहनों से उतरते हैं, वहां पर स्वास्थ्य परीक्षण कराए जाने के लिए रिकॉर्डेड जागरूकता संदेश लगातार चलाया जाए, ताकि अधिक से अधिक लोग स्वास्थ्य परीक्षण कराएं। ऐसे स्थलों में होमगार्ड एवं पीआरडी जवानों की संख्या भी अधिक रखी जाए। मुख्य सचिव ने चारधाम यात्रा मार्ग पर सड़कों की स्थिति की भी जानकारी ली।

जिलाधिकारी उत्तरकाशी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने बताया कि श्रद्धालुओं की सुविधाओं को सर्वाेच्च प्राथमिकता देते यात्रा मार्ग पर शौचालय, पार्किंग और यातायात प्रबंधन को सुदृढ़ किया गया है। चारधाम यात्रा 2025 के सुगम, सुरक्षित और सफलतापूर्वक संचालन को लेकर जिला प्रशासन द्वारा व्यापक तैयारी की गई है। यात्रियों की बढ़ती संख्या और वाहनों के बढ़ते दबाव को देखते हुए प्रमुख मार्गों को सुगम और सुरक्षित बनाने का प्रयास किया गया है। जिलाधिकारी रूद्रप्रयाग डॉ. सौरभ गहरवार एवं जिलाधिकारी चमोली डॉ. संदीप तिवारी ने भी चारधाम यात्रा की तैयारियों की जानकारी दी।

इस अवसर पर एडीजी डॉ. वी. मुरूगेशन, सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार, डॉ. पंकज कुमार पाण्डेय, अपर सचिव श्रीमती रीना जोशी सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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‘द लिटरेचर लॅरिट सम्मान’ से सम्मानित हुए ‘निशंक’ http://uttarakhandplus.com/nishank-honored-with-the-literature-larit-award/ http://uttarakhandplus.com/nishank-honored-with-the-literature-larit-award/#respond Wed, 30 Apr 2025 04:33:51 +0000 https://graminsamay.com/?p=54408 देहरादून/नई दिल्ली। अखिल भारतीय सर्वभाषा संस्कृति समन्वय समिति एवं वैश्विक हिन्दीशाला संस्थान (वीएचएसएस जर्मनी) द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड, पूर्व केन्द्रीय मंत्री डॉ० रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ को नई दिल्ली में “द लिटरेचर लॉरेट” अवार्ड से सम्मानित किया गया। यह सम्मान डॉ० निशंक को उनकी रचनाधर्मिता, हिन्दी एवं संस्कृत भाषा के सम्वर्धन तथा प्रचार-प्रसार के साथ ही लेखक गांव की संकल्पना को साकार करने के लिए प्रदान किया है।

प्रेस क्लब ऑफ इंडिया नई दिल्ली में आयोजित एक भव्य कार्यक्रम में संस्था के अध्यक्ष पंडित सुरेश नीरव एवं सचिव क्रिस्टीन म्यूलर ने डॉ० निशंक को यह सम्मान प्रदान किया। पंडित नीरव ने कहा कि डॉ० निशंक एकमात्र राजनैतिज्ञ है, जिन्होंने हिन्दी एवं संस्कृत भाषा एवं संस्कृति के उत्थान के लिए निर्बाध गति से कार्य किया है और आज भी कार्य कर रहे हैं, आपका साहित्य आज भारत ही नहीं अपितु विश्व के अनेक देशों में भी अनेकों भाषाओं में अनुवादित हुआ है, भारत की संस्कृति का प्रचार-प्रसार निशंक जी की पुस्तकों से बड़ी सरलता से हो रहा है। विश्वभर में हिन्दी, संस्कृत एंव भारतीय भाषाओं को विस्तार देने के लिए अनेकों संगठन एवं संस्थायें निरंतर कार्य कर रही है, और डॉ० निशंक का एक साहित्यकार एवं राजनेता दोनों ही रूपों में सभी को सहयोग मिलता है, हमें डॉ० निशंक को यह सम्मान देने में हमें गर्व हो रहा है।

ज्ञात हो कि डॉ. निशंक की प्रेरणा से देहरादून में शिवालिक पहाड़ियों के आँचल में ‘लेखक गांव’ की स्थापना की गई है। जिसका उद्घाटन 25 अक्टूबर 2024 को भारत के पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उत्तराखंड के राज्यपाल ले.ज. गुरुमीत सिंह (से.नि.), उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एवं प्रसिद्ध गीतकार एवं फिल्म प्रमाणन बोर्ड के अध्यक्ष प्रसून जोशी द्वारा किया गया।

सम्मान मिलने पर डॉ० निशंक ने आभार प्रकट करते हुये कहा कि साहित्य सृजन समाज के निर्माण में एक अहम भूमिका निभाता है. भाषा-संस्कृति, आध्यात्म एवं आस्था का समावेश मानव के विकास में आवश्यक है, और पुस्तकें इसका सरल माध्यम है। डॉ० निशंक ने कहा कि “लेखक गांव” रचनाधर्मिता का एक वैश्विक केन्द्र बनने की कल्पना के साथ स्थापित हुआ है, निकट भविष्य में लेखक गांव अंतर्राष्ट्रीय स्तर के लेखकों, नवोदित साहित्यकारों, कवियों, शोधार्थियों एवं पत्रकारिता के क्षेत्र में कार्य कर रहे लोगों का अध्ययन केन्द्र बनेगा। उन्होंने कहा कि लेखक गांव में प्रथम चरण चालीस हजार पुस्तकों के साथ स्थापित ‘नालंदा पुस्तकालय’ में में 10 लाख पुस्तकें संकलन करने का लक्ष्य है।

संस्था के सचिव क्रिस्टीन म्यूलर ने कहा कि डॉ० निशंक की 110 से अधिक पुस्तकों का प्रकाशन एक बड़ी उपलब्धि है, डॉ० निशंक के साहित्य पर लगभग 25 शोध हो चुके है और भारत सहित विश्व के अनेक देशों में उनकी पुस्तकें पढ़ाई जा रही है। भारत ही नहीं अपितु विश्व की अनेक भाषाओं में आपकी पुस्तकों का अनुवाद हुआ है।

इस अवसर पर डॉ. शिप्रा शिल्पी, अध्यक्ष अन्तरराष्ट्रीय सृजनी द ग्लोबल, अनिल जोशी, अध्यक्ष वैश्विक हिन्दी परिवार, कपिल त्रिपाठी, वैज्ञानिक, साइंस एण्ड टेक्नोलॉजी, साहित्यकार मधु मिश्रा, डॉ. वेदप्रकाश, डॉ. कविता सिंह प्रभा तथा ऋषि सक्सेना सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित थे।

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यात्रा मार्ग पर सेवा देंगे 43 सौ से अधिक घोड़ा- खच्चर संचालक http://uttarakhandplus.com/more-than-43-hundred-horse-mule-operators-will-serve-on-the-journey-route/ http://uttarakhandplus.com/more-than-43-hundred-horse-mule-operators-will-serve-on-the-journey-route/#respond Tue, 29 Apr 2025 12:12:51 +0000 https://graminsamay.com/?p=54405 दोनों धामों के लिए कुल आठ हजार से अधिक घोड़े – खच्चरों का पंजीकरण

पैदल मार्ग पर खच्चरों के लिए गरम पानी और विश्राम की भी व्यवस्था

देहरादून। गंगोत्री ओर यमुनोत्री जी के कपाट खुलने के साथ ही बुधवार से पवित्र चारधाम यात्रा, शुरु होने जा रही है। चारधाम यात्रा, उत्तराखंड की आर्थिकी में भी महत्वपूर्ण योगदान देती है। यात्रा से होटल- लॉज संचालक, परिवहन कारोबारियों से लेकर घोड़े खच्चर संचालकों तक की आजीविका चलती है। इसी क्रम में केदारनाथ और यमुनोत्री पैदल मार्ग पर इस बार 4300 से अधिक घोड़े खच्चर संचालक अपनी सेवा देंगे।

केदारनाथ – पांच हजार का पंजीकरण
केदारनाथ धाम जाने के लिए तीर्थयात्रियों को गौरीकुंड से करीब 18 किमी लंबा पैदल रास्ता तय करना पड़ता है। इस कारण बड़ी संख्या में यात्री घोड़े- खच्चरों की सेवा लेते हैं। इस बार केदारनाथ धाम के लिए अब तक 2493 संचालकों ने पांच हजार से अधिक घोड़े खच्चरों का पंजीकरण करवा लिया है। पशुपालन विभाग ने स्वास्थ्य परीक्षण के आधार पर घोड़े खच्चरों का फिटनेस सर्टिफिकेट जारी किए हैं। विभाग की ओर से सोनप्रयाग, गौरीकुंड, लिंचौली और केदारनाथ में पशु चिकित्सालय बनाए जाने के साथ ही पांच डॉक्टर और सात पैरावेट भी नियुक्त किए गए हैं, पैदल मार्ग के 13 जगहों पर गरमपानी की भी व्यवस्था की गई है।

यमुनोत्री – 3700 पंजीकरण
यमुनोत्री धाम के लिए 3700 से अधिक घोड़े खच्चरों का पंजीकरण किया गया है। यमुनोत्री यात्रा में इस्तेमाल होने वाले घोड़े खच्चरों की जांच, टीकाकरण, चिकित्सकीय सहायता एवं उपचार की व्यवस्था के लिए जानकीचट्टी में अस्थाई पशु चिकित्सालय की स्थापना की गई है। जहां चार पशु चिकित्सकों के साथ ही चार पशुधन प्रसार अधिकारी एवं दो पशुधन सहायकों को तैनात किया गया है। यात्रा मार्ग पर कुल छह गीजर स्थापित किए गए हैं।

प्री पेड काउंटर से बुकिंग
केदारनाथ के लिए सोनप्रयाग, गौरीकुंड, भीमबली, लिचौंली और रुद्र प्वाइंट में पांच प्री पेड बुकिंग काउंटर बनाए गए हैं। इसी तरह यमुनोत्री के लिए जानकीचट्टी में जिला पंचायत के द्वारा प्रीपेड काउंटर स्थापित किया गया है। यमुनोत्री के लिए घोडे – खच्चर संचालकों को नंबर युक्त जैकेट प्रदान की जा रही है और एक दिन में केवल एक ही बार धाम तक आवागमन की अनुमति होगी।

श्रद्धालुओं की यात्रा, सुखद और आरामदायक हो, इसके लिए सड़क परिवहन से लेकर हेली और घोड़े खच्चरों की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। पशुपालन विभाग को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं, पूरी तरह स्वस्थ घोड़े खच्चरों को ही यात्रा में भेजा जाए। साथ ही यात्रा मार्ग पर भी घोड़े खच्चरों का स्वास्थ्य परीक्षण किया जाए।- पुष्कर सिंह धामी, मुख्यमंत्री उत्तराखंड

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मुख्यमंत्री धामी ने जलशक्ति मंत्री से की मुलाकात, 8 जलविद्युत परियोजनाओं के लिए सहयोग का अनुरोध http://uttarakhandplus.com/chief-minister-dhami-meets-water-power-minister-requested-for-cooperation-for-8-hydroelectric-projects/ http://uttarakhandplus.com/chief-minister-dhami-meets-water-power-minister-requested-for-cooperation-for-8-hydroelectric-projects/#respond Tue, 29 Apr 2025 12:04:54 +0000 https://graminsamay.com/?p=54402 देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को नई दिल्ली में जलशक्ति मंत्री सी आर पाटिल से शिष्टाचार भेंट की। इस दौरान उत्तराखण्ड के सामाजिक एवं आर्थिक विकास को गति देने के लिए 08 जलविद्युत परियोजनाओं के विकास और निर्माण के लिए अनुरोध किया है। इन आठ परियोजनाओं में 647 मेगावाट क्षमता की कुल 7 और 114 मेगावाट की एक परियोजना शामिल है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड सरकार मां गंगा एवं अन्य समस्त नदियों की निर्मलता, अविरलता एवं पर्यावरण संरक्षण के प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध है और विशेषज्ञों की संस्तुतियों का पालन करते हुए सतत विकास के लक्ष्य को आगे बढ़ा रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि 114 मेगावाट की सेला उर्थिंग जलविद्युत परियोजना धौलीगंगा पर पिथौरागढ में है। यह उत्तराखंड राज्य की सीमाओं के भीतर गंगा बेसिन का हिस्सा नहीं है। राज्य में गंगा और उसकी सहायक नदियों के अतिरिक्त अन्य नदी घाटियों पर परियोजनाओं पर प्रतिबंध नहीं है। इसलिए सेला उर्थिंग जल विद्युत परियोजना जो कि गंगा बेसिन का हिस्सा नहीं है, की स्वीकृति दी जानी चाहिए। मुख्यमंत्री ने केंद्रीय मंत्री से संबंधित अधिकारियों को इसके लिए आवश्यक निर्देश देने का अनुरोध किया।

मुख्यमंत्री ने केंद्रीय मंत्री से कैबिनेट सचिव भारत सरकार की अध्यक्षता में गठित समिति द्वारा दी गई संस्तुतियों और राज्य सरकार के अनुरोध के क्रम में कुल 647 मेगावाट क्षमता की 7 जलविद्युत परियोजनाओं की अनुमति दिये जाने का भी आग्रह किया।

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आगामी मानसून एवं चार-धाम यात्रा को ध्यान में रखते हुए मोबिलाईजेशन का किया अभ्यास http://uttarakhandplus.com/considering-the-upcoming-monsoon-and-char-dham-yatra-the-practice-of-mobilization-practiced/ http://uttarakhandplus.com/considering-the-upcoming-monsoon-and-char-dham-yatra-the-practice-of-mobilization-practiced/#respond Tue, 29 Apr 2025 11:13:18 +0000 https://graminsamay.com/?p=54398 देहरादून।  15वीं वा०रा०आ० मो०बल द्वारा उत्तराखण्ड़ में संचालित किया गया टीमों का मोबिलाईजेशन अभ्यास सुदेश कुमार दराल, सेनानी, 15वीं वाbहिनी, एन.डी.आर.एफ. के निर्देशानुसार 15वीं वा०रा०आ० मो०बल (NDRF) गदरपुर की विभिन्न टीमों द्वारा आगामी मानसून एवं चार-धाम यात्रा को ध्यान में रखते हुए मोबिलाईजेशन अभ्यास किया गया। जिसमें गदरपुर स्थित वाहिनी मुख्यालय से 10 टीमों को से काशीपुर, एवं हल्दूचौड़, 03 टीमों को आर०आर०सी० झाझरा, देहरादून से हरिद्वार, सोनप्रयाग, तपोवन, गौचर, उत्तरकाशी प्रत्येक से एक एक टीम को मोबिलाईजेशन अभ्यास हेतु विभिन्न स्थानो पर प्रस्थान करवाया गया।

जिसमें 15वीं वा०रा०आ० मो०बल की कुल 18 टीमों द्वारा भाग लिया जिसमें अधिकारी-07, अधि०अधिकारी-43 एवं अन्य-558 ने प्रतिभाग किया। मोबिलाईजेशन अभ्यास का उद्देश्य चार-धाम यात्रा एवं आगामी मानसून सत्र के लिए बल की तैयारियों को परखना हैं। इस मोबिलाईजेशन अभ्यास के दौरान टीमों द्वारा निर्धारित घटना स्थल पर पहुँच कर अपने उपकरण एवं अन्य साजो समान को स्टेजिंग एरिया मे लगाना एवं उनको दुर्घटना के अनुसार प्रयोग में लाना सुनिश्चित किया गया। इस मोबिलाईजेशन का उद्देश्य आपदा के समय टीमों की त्वरित प्रतिक्रिया के समय को कम करना भी था ।

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